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Thursday, April 7, 2011

इलेक्ट्रोनिक किताब : ऑनलाइन पैसे कमाने का पांचवा तरीका

किताबें हमारी मार्गदर्शक होती हैं और यही कारण है की युगों - युगों से किताब को हमारी जिंदगी में एक अहम् दर्जा दिया गया है बल्कि हिन्दू धर्म में तो किताब की पूजा भी की जाती है | आज इस बदलते समय के अनुसार किताब ने भी अपना रूप रंग बदल दिया है और ऑनलाइन भी इसे पढ़ा जाने लगा है जिसे इलेक्ट्रोनिक किताब भी कहा जाता है | 

आज के अंक में हम चर्चा करेंगे के कैसे ऑनलाइन किताब लिख कर भी हम पैसे कमा सकते हैं और इसमें उतने लफड़े भी नहीं है जितना की हमें ऑफलाइन जिन्दगी में किताब छपने में और फिर उसकी बिक्री में देखना पड़ता है |

इस अंक का पिछला भाग पढना न भूलें : फ्रीलांसिंग - ऑनलाइन पैसे कमाने का चौथा तरीका


 कैसे लिखें कोई किताब ऑनलाइन ?

ठीक है मेरे कहने पे या किसी और की लिखी ऑनलाइन किताब को पढ़ कर आपने भी मन बना लिया की मैं भी ऑनलाइन किताब लिखूं तो अगला कदम क्या होगा और कैसे होगी सुरुआत आपकी किताब की ? 
कुछ खाश नहीं जैसा की आपको ऑफलाइन किताब लिखने में करना पड़ता होगा यहाँ आपको एक लैपटॉप की जरुरत होगी और MS Word जैसे प्रोग्राम्स की जो आपका काम आसान बना देंगे फिर आप अपने बाज़ार पे थोरा छान-बिन करें और कुछ सवालों के जवाब इक्कठे करें जैसे की :-
  • क्या है उनकी जरुरत ?
  • उनकी सबसे बड़ी समस्या ?
  • वो कहाँ गलत हैं ?
  • उनका भविष्य कैसा है ?
  • और वो अपने काम को कितना महत्व देता हैं ?
इन सब बातों को जान कर न सिर्फ एक अच्छी किताब की सुरुआत होगी बल्कि आपको पता होगा की आप किस बाज़ार में अपनी किताब बेचेंगे, और उसकी कीमत कितनी हो सकती है ?

हर बात को गहराई से समझ कर आसान भासा में किताब को लिखना सुरु करें और बिच-बिच में जरुरत के अनुसार बदलाव करते रहें ताकि आपकी किताब में कोई कमी न रह जावे और पूरी कोसिस करें की उस किताब में वो सब हो जिसकी की आपके बाज़ार को जरुरत है और वो उसका इंतज़ार बेसब्री से कर रहे हैं |

किताब लिखने के बाद क्या करें ?    

किताब पूरी तरह से खत्म होने के बाद उसको २-३ बार अच्छे से पढ़ें ताकि कहीं कोई गलती दिखे तो सुधार जा सके तत्पश्चात अपने लेख को PDF फॉर्मेट में बदल दें क्यूंकि इलेक्ट्रोनिक किताब PDF फॉर्मेट में ही सबसे ज्यादा कारगर साबित होती है | 

१. कवर डिजाईन :- किताब खत्म होने के बाद उसको सजाने का काम सामने आता है यानि की उसका कवर डिजाईन और सटीक शीर्षक (हो सकता है आपने पहले से भी सोच रखा हो पर किताब खत्म होने के बाद उसपे पुनः विचार करें ) शीर्षक तो आपसे बेहतर कोई नहीं सोच पायेगा क्यूंकि पूरी किताब का सार अभी तक सिर्फ आपको ही ज्ञात है तो ये काम आपके जिम्मे (दुसरे सम्बंधित लेखों या किताबों से सहायता ले सकते हैं) पर कवर डिजाईन का काम अगर आपको आता हो तभी हाथ लगाये या फिर किसी डिजाईन एक्सपर्ट से संपर्क करें |

२. एक्सपर्ट जांच :- किताब को पूरी तरह से बिकने लायक बनाने के बाद उस विषय के एक्सपर्ट ब्लॉगर या अपने जानने वाले लोगो से किताब के बारे में राय लेना न भूलें क्यूंकि हो सकता है उनकी कोई राय आपकी किताब को और भी सम्पन्न बना देवे | अतः अपने परिवार, गहरे दोस्तों और उस बाज़ार में पहले से कारोबार कर रहे अनुभवी लोगों को अपनी किताब की एक मुफ्त कॉपी भेज कर राय जरुर लें | 

३. मूल्य तय करें :- अब आपकी मेहनत को आंकने का वक्त आ गया है जहाँ आपको अपनी किताब में छिपी बातों की सही कीमत लगनी है | खरीदारों का मत सोचें सिर्फ और सिर्फ अपनी मेहमत का सही मूल्य तय करें पर बाज़ार में उपलब्ध किताबों से जानकारी लेना न भूलें की वो कितने बिक रही हैं और उस कितान की तुलना में आपकी किताब कहाँ है |

४. प्रचार व् बिक्री :- अब आपका सबसे महत्व पूर्ण काम है की अपनी मेहनत को अपने बाज़ार में सही लोगों तक पहुँचाना जिसके बहुत से तरीके आप उपयोग में ला सकते हैं जैसे की आपका खुद का ब्लॉग, फेसबुक पेज, ट्विट्टर, दुसरे जाने माने ब्लॉगर जो आपके विषय पे ही लिखते हों और बहुत सी रीसेलर कंपनियां जो कुछ पैसे लेकर आपकी किताब को लाखों लोगों के सामने रख देंगी यानी की आपकी मेहनत सबके सामने अब सिर्फ इंतज़ार करें लोगों के जवाब का |

५. नयी सुरुआत :- एक बार आपकी किताब ने बाज़ार में आपका नाम बना दिया फिर तो आपकी चंडी होगी और लोग आपकी मेहनत पर विस्वास करने लगेंगे अतः आप उनके विस्वास को बनाये रखते हुए अपनी सारी जानकारी उनके सामने रख दीजिये इन इलेक्ट्रोनिक किताबों के माध्यम से और आराम से मेहनतान भी वसूलते रहिये |  

अगर आप कोई किताब लिखें तो मुझे एक मुफ्त कॉपी भेजना न भूलें हो सकता है बाद में उसकी कीमत ५००० रूपये हो जाये और मैं उसे पढने से ज्यादा पैसे देने में कतराने लग जाऊं !!

4 comments:

  1. बहुत अच्छी सलाह... परन्तु एक सलाह आपके लिए भी है.. कृपया अपनी हिंदी की वर्तनी ठीक कर लें तो पढ़ना और रुचिकर लगेगा... वर्तनी की कमियाँ लेख की गुणवत्ता में दाग जैसी लगती हैं...

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  2. भाई, मेरी मानो तो लोगो को ये भी बताओ कि इन ऑनलाइन कमाने वाले उपायों से ४ साल में केवल १०-१५ डोलर ही मिलतें हैं. कृपया आप बुरा न माने लेकिन ये कडुआ सत्य है.

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  3. @ Padmsingh - धन्यवाद मेरी कमी बताने के लिए, और हाँ आगे से पूरा ध्यान होगा इस कमी को सुधारने का |

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  4. @ Bhagat Singh Panthi - मुझे पता है आपको ४ सालों में कुछ नहीं मिला और सिर्फ नुक्सान ही हुआ लेकिन आज की तारीख में मेरे बहुत से दोस्त हैं जो की अभी व्यस्क भी नहीं हुए हैं लेकिन $१०-१५ हर रोज कमाते हैं और वो भी उसी Google Adsense में |

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